-राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजन
-प्रदेश सरकार के मंत्री ने क्षेत्र के दो हजार मेघावी छात्रों को किया सम्मानित
-समाज के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विशिष्ट जन भी सम्मानित
-पूर्व विधायक संजय यादव के क्षेत्र में आयोजित हुआ यह भव्य आयोजन
शशिकांत ओझा
बलिया : स्वामी विवेकानंद की जयंती जनपद भर से पूरे उत्साह से मनायी गई। आयोजन तो जनपद भर में हुआ पर पूर्व विधायक संजय यादव के कार्यक्षेत्र सिकंदरपुर में इसका स्वरूप भव्य रहा। गांधी इंटर कालेज सिकंदरपुर के मैदान में स्वामी विवेकानंद प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि की भूमिका में प्रदेश सरकार के जलशक्ति, बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मौजूद रहे।
प्रतिभा सम्मान समारोह में विधानसभा क्षेत्र के सभी मेघावी छात्रों (लगभग 2000) और अपने अपने क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सभी वर्ग के विशिष्ट जनों को भी सम्मानित किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री स्वतंत्र देव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद घर परिवार को छोड़ कर के स्वतंत्रता की खोज में निकल पड़े। स्वामी विवेकानंद अपने संघर्ष के बल पर समाज के दिशा को बदलने का काम किया है। स्वामी विवेकानंद ने अपने लेख में लिखा है कि नौजवान अगर हमको मिल जाए तो हम दुनिया को बदल देंगे और उन्होंने बदल कर दिखाया। मुख्य अतिथि ने स्वामी विवेकानंद की तुलना सच्चे देशभक्त के रूप में की और कहा कि आज जिन के जन्मदिन पर प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है यहां उपस्थित सभी बच्चों को मैं स्वामी विवेकानंद के रुप में देखना चाहता हूं।
सभी बच्चे स्वामी विवेकानंद बनें तो मुझे काफी प्रसन्नता होगी। वही राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार उत्तर प्रदेश सरकार दयाशंकर सिंह ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि मैं यहां कार्यक्रम के आयोजक को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं, जिनके द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती पर प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है। स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके दिखाए रास्ते चलने की युवाओं से अपील किया। क्षेत्र के पूर्व विधायक संजय यादव सबकी आगवानी में व्यस्त दिखे। इस दौरान अध्यक्ष शंकराचार्य परिषद स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज, पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी, जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, छट्ठू राम, केशव यादव ब्लॉक प्रमुख नवानगर, संजय राय प्रधानाचार्य गांधी इंटर कॉलेज सिकंदरपुर आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता डीएन राय और संचलन विद्या सागर उपाध्याय ने किया।