शशिकांत ओझा
बलिया : अगरसन्डा स्थित सनबीम स्कूल बलिया के विशाल प्रांगण में नमन हाल के मंच पर बलिया 1942 क्रांति के मंचन पर साहस और बलिदान का अद्भुत मिसाल दिखा। “क्रांति 1942@ बलिया नाटक में की दमदार प्रस्तुति लगभग 90 मिनट की रही। विद्यालय के शिक्षक डॉ नवचंद्र तिवारी ने बताया कि इस सराहनीय प्रस्तुति को देख विद्यालय के बच्चे मंत्रमुग्ध हो गए। करतल ध्वनियों से कलाकारों का अभिवादन किया गया।
तुलसी वेदी पर दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात् जनपद के मशहूर रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक ‘क्रांति 1942@ बलिया’ का मंचन किया गया। संकल्प साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था बलिया के रंगकर्मियों ने भूमिका को शानदार तरीके से मंच पर प्रस्तुत किया। प्रस्तुति के दौरान कई बार दर्शक और कलाकार एकाकार होते नजर होते दिखे। मंच से जब क्रांतिकारी नारा लग रहा था तो दर्शकों ने भी उसमें अपनी आवाज़ मिलाई। 18 अगस्त 1942 में हुए बैरिया शहादत, 16 अगस्त को बलिया सब्जी मंडी में गोली कांड जैसे दृश्य को देख कर दर्शक उद्वेलित हो उठे। जानकी देवी के नेतृत्व में बलिया कलेक्ट्रेट पर महिलाओं ने जब तिरंगा फहराया तो दर्शक दीर्घा तालियों से गूंज गया। नाटक में 19 अगस्त 1942 को क्रांति मैदान से आजादी की घोषणा हुई तो भृगु बाबा की जय और चित्तू पाण्डेय जिन्दाबाद के जयघोष से पूरा वातावरण रोमांचित हो उठा। कार्यक्रम में जनपद के वरिष्ठ रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी व उनके संस्था संकल्प का परिचय विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ने बच्चों को कराया। उन्होंने बताया कि बलिया के मंचन के इतिहास में इस संस्था का बड़ा योगदान है। हम बलियावासी हैं। 1942 में ही आजाद होने वाले बागी बलिया की जब भी क्रांति की बात होती है तो हृदय गर्व से भर जाता है और सामने वाला बिना प्रभावित हुए नहीं रह पाता। प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह ने कलाकारों के मंचन की भरि-भूरि प्रशंसा किया। कहा कि यह सराहनीय प्रयास हमारे बच्चों को अवश्य प्रेरित करेगा और वे बलिया के इतिहास को भलीभांति जानेंगे। विद्यालय प्रशासन ने आशीष त्रिवेदी को पुष्पगुच्छ देकर एवं कलाकारों को माला पहनाकर स्वागत किया। अंत में संस्था की ओर से बच्चों से बलिया के इतिहास से संबंधित प्रश्न किए गए। सही उत्तर बताने वाले पांच बच्चों को संस्था की तरफ से उपहार भी दिया गया।
नाटक में अनुपम पांडेय, रितेश पासवान, राहुल चौरसिया, ऋतिक, जन्मेजय, सुशील, ओमवीर, मौसम, ऋषभ ,यश आलोक यादव, आदित्य शाह, संग्राम, लकी पांडेय, रिया ,खुशी कुमारी, भाग्यलक्ष्मी, गुड़िया, राहुल विश्वकर्मा, दूधनाथ यादव, संजीत और विशाल की भूमिका सराहनीय रही। नाटक को लाइट से राजीव राय और निखिल ने सजाया। मेकअप कास्ट्यूम और सह निर्देशन ट्विंकल गुप्ता और इस नाटक का लेखन और निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी ने किया। इस अवसर पर प्रशासक एसके चतुर्वेदी, एकेडमिक डीन सहरबानो, हेड मिस्ट्रेट्स नीतू पांडेय, कोऑर्डिनेटर्स जयप्रकाश यादव, निधि सिंह, शिक्षकगण व शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे।