

-गणतंत्र दिवस
-डीएन उपाध्याय ने हर्ष श्रीवास्तव की मौजूदगी में फहराया तिरंगा



शशिकांत ओझा
बलिया : जनपद के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में शीर्ष पर अपना स्थान सुरक्षित रखने वाले सागरपाली स्थित आरके मिशन स्कूल में गणतंत्र दिवस का समारोह बड़़े ही सम्मान से मनाया गया। विद्यालय के प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव की मौजूदगी में अतिथि डीएन उपाध्याय ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने बड़े ही रोचक अंदाज में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

गणतंत्र दिवस समारोह का बड़ा ही भव्य आयोजन आरके मिशन स्कूल में मनाया गया। विद्यालय परिसर को तिरंगा अंदाज में दुल्हन की तरह सजाया गया। विद्यालय के छात्रों, अभिभावकों और अतिथियों की मौजूदगी में प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव के साथ डीएन उपाध्याय ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राष्ट्रीय ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ। विद्यालय में आयोजिण सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने बड़ी ही मोहक प्रस्तुति प्रस्तुत की। छोटे बच्चों सहित बड़े बच्चों ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से समाज को मोहक संदेश दिया। विद्यालय के प्रबंधक हर्ष श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में गणतंत्र दिवस और भारतीय संविधान के बारे में विस्तार से बताया। अतिथि डीएन उपाध्याय और अदालत सिंह ने भी अपने विचार प्रस्तुत किया। प्रदीप कुमार सिंह प्रधानाचार्य ने सबके प्रति आभार जताया। कार्यक्रम के दौरान शिक्षिका अंजनी प्रजापति, रीता त्रिपाठी, सुलक्षणा तिवारी, शुभम, कंचन मिश्रा, रीता देवी, सुनीता ज्योति, आस्था सिंह, कृतिका ठाकुर, पैट्रिसिया ठाकुर, धर्मेंद्र सर, प्रशांत सर, संतोष सर, संजीव सर, नसीम फातिमा, मल्लिका आदि शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।


सोशल मीडिया के प्रति किया गया समाज को जागरूक
गणतंत्र दिवस के इस शुभ अवसर पर साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भरमार रही। लघु नाटक के जरिए सोशल मीडिया के प्रति समाज को सतर्क रहने का संदेश दिया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों ने आत्मीय भावनाओं के प्रति लोगों को जागरुक कर सामाजिक एवं पारिवारिक रिश्तों को सहज भाव से मंचित किया। कक्षा 11वीं के छात्रा अंजली यादव ने “हे भारत के राम जगो मैं तुम्हें जगाने आई हूं” कविता के माध्यम से कक्षा नर्सरी से 12वीं तक के छात्रों के अंदर सोए हुए राम को जगाने का पूरा प्रयास किया । कविता के दौरान पूरा वातावरण करतल ध्वनि से गूंजता रहा।


रंग कविता ने उकेरा बाल श्रम का चित्र
रंग कविता के माध्यम से शिक्षा से वंचित निम्न वर्ग के बच्चों को जागरूक करने का पूरा प्रयास किया गया। एवं उनकी सामाजिक स्थिति एवं मन: स्थिति को चित्रित किया गया जिसे देखकर दर्शक उन बच्चों के विषय में सोचने पर मजबूर हो गए। देश की सीमा पर तैनात फौजियों की आवाज और जज्बात से परिपूर्ण कार्यक्रम विद्यालय के वातावरण को आह्लादित कर दिया बच्चों ने तिरंगा झंडा ऊपर उठाते हुए भारत माता की जय घोष से वातावरण को गूंजायमान कर दिया।